मित्रों,
आप जानते ही हैं प्रख्यात नाटककार और साहित्यकार डॉ. शंकर शेष का जन्म 02 अक्टूबर 1933 को हुआ और 28 अक्टूबर 1981 को इस नश्वर संसार से रुखसत ली। लगभग 33 साल बीत जाने के बावजूद डॉ. शेष अपने लेखन के माध्यम से आज भी हमारे बीच मौजूद हैं और लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। अनगिनत रंगकर्मी और नाट्य संस्थाएं उनके नाटकों का मंचन करती रही हैं। लगातार शोधार्थी उनके लेखन पर शोध कर रहे हैं।
सुतनुका सोसाइटी डॉ. शंकर शेष की याद में एक नाट्य समारोह एवं उनके लेखन कार्य पर एक संगोष्ठी का आयोजन करने जा रही है। आप सभी से विनम्र निवेदन है कि अगर आप लोगों के पास डॉ. शंकर शेष से जुड़ी कोई तस्वीर, कोई लेख, कोई लेटर या किसी और तरह की सामग्री हो और आप चाहें कि दूसरे रंगकर्मी भी उसका लाभ लें। तो हमें ज़रूर भेजें और उन्हें याद करने के इस अभियान में अपना योगदान दें।
सुतनुका सोसाइटी डॉ. शंकर शेष की याद में एक नाट्य समारोह एवं उनके लेखन कार्य पर एक संगोष्ठी का आयोजन करने जा रही है। आप सभी से विनम्र निवेदन है कि अगर आप लोगों के पास डॉ. शंकर शेष से जुड़ी कोई तस्वीर, कोई लेख, कोई लेटर या किसी और तरह की सामग्री हो और आप चाहें कि दूसरे रंगकर्मी भी उसका लाभ लें। तो हमें ज़रूर भेजें और उन्हें याद करने के इस अभियान में अपना योगदान दें।
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