Friday, December 26, 2014

REHEARSAL OF 'DAROGA JI CHORI HO GAYEE'

दरोगा जी चोरी हो गई


 

 


सुतनुका सोसाइटी फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स तैयार कर रही है नया नाटक "दरोगा जी चोरी हो गयी"। इस नाटक का मंचन संभवत: जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में किया जाएगा। 

नाटक के लेखक है जाने माने रंगकर्मी और वरीष्ठ कलाकार 'जयवर्धन'। कई राष्ट्रीय एवं अन्य पुरस्कारों से सम्मानित जयवर्धन के लिखे ढेर सारे नाटक आज प्रकाशित है और लोगों के लिए उपलब्ध है। दूसरी नाट्य संस्थाओं के साथ-साथ आप ख़ुद भी लगातार रंगमंच पर उन नाटकों का मंचन कर रहे हैं। आप खुद एक कलाकार के रूप में भी अपना लोहा मनवा चुके है और आज भी रंगमंच पर सक्रिय है। 

इस नाटक में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं - समीर श्रीवास्तव, अनुपमा तिवारी/ नीलम गंगवानी, वीरूदीप, मुक्ता साहू, सुजीत डे एवं रवीन्द्र। संगीत नियंत्रण करेंगे हिमांशु सिंह, लाईट पर पूजा पोर्ते, मंच प्रबंधक हरीश अबिचंदानी एवं मंच संचालन श्वेता बजाज। नाटक का निर्देशन कर रहे हैं रवीन्द्र गोयल। 

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